मिल्की वे (आकाश गंगा)

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मिल्की वे (आकाश गंगा)

मिल्की वे (आकाश गंगा) क्या हैं? –
आशा करता हूँ की आप सभी लोग इस का आनंद ले रहे होंगे| खैर अब विषय पर आते हैं| परंतु थोड़ी देर के लिए रुकिए मैंने हाल ही में पृथ्वी के अलावा रहने योग्य 5 अलग-अलग प्रकार के ग्रहों के बारे में एक आलेख लिखा हैं| अगर आपने उस को अभी तक नहीं पढ़ा हैं तो एक बार उस आलेख को पढ्ना न भूलें| आज हम हमारे मिल्की वे यानी आकाशगंगा(milky way) के ऊपर बहुत सारे रोचक बातों को जानेंगे (milky way facts in Hindi)| मित्रों! इस से पहले हमने अंतरिक्ष में मौजूद बहुत सारे पिंड (सूर्य , चाँद और ग्रहों) के बारे में बाद किया हैं| परंतु हमने कभी भी हमारे आकाशगंगा के ऊपर दिलचस्प से भरी हुई (milky way facts in Hindi) बातों को नहीं जाना हैं|

अगर मेँ यहाँ आपको सरल भाषा में समझाऊँ तो, रात के समय में खुले आसमान में आँखों से देखा गया तारों से सजी व धूल के बादलों से बनी सफ़ेद रंग की चमकीले चीज़ को ही मिल्की वे या आकाशगंगा कहते हैं| आप के आँखों के द्वारा आसमान में देखा गया हर एक पिंड और चीज़ हमारे आकाशगंगा यानी मिल्की वे का ही हिस्सा हैं| अगर विज्ञान के नजरिए से देखा जाए तो हमारा मिल्की वे कुंडलीकृति का है और यह ब्रह्मांड में मौजूद खरबों आकाशगंगाओं में से एक हैं| मित्रों! हमारे आकाशगंगा का नाम मिल्की वे हैं| इसलिए आप कभी भी आकाशगंगा और मिल्की वे के बीच भ्रमित न होइएगा|

मिल्की वे (आकाश गंगा)
मिल्की वे (आकाश गंगा)

मिल्की वे कैसे बना – How Milky Way was Formed in Hindi?
तो, चलिए इस लेख में आगे बढ़ते हुए मिल्की वे के बारे में (milky way facts in Hindi) और ढेर सारी बातों को जानते हैं| मित्रों! पृथ्वी में मौजूद हर एक इंसान को जानना है की आखिर हमारा मिल्की वे कैसे बना| परंतु जितना यह सवाल पूछने मेँ आसान हैं , उतना ही कठिन हैं इसका जबाव देना| आज संसार का हर एक अंतरिक्ष के ऊपर शोध करने वाला वैज्ञानिक हमारे ब्रह्मांड और हमारे आकाशगंगा के बारे में बहुत कुछ जानना चाहता हैं| परंतु विडम्बना की बात यह हैं की इस सवाल का जबाव पुख्ता तौर पर अभी तक नहीं मिल पाया हैं| खैर मेँ यहाँ आपको ज़्यादातर वैज्ञानिकों के द्वारा सही ठहराए गए जबाव को ही आपके सामने रखूँगा|

वैज्ञानिकों का कहना हैं की हमारा मिल्की वे करीब-करीब 13.6 अरब साल पुराना हैं| मेँ आपको यहाँ और भी बता दूँ की Big Bang के बाद इस से निकलने वाली धूल के बादलों के सघन से ही हमारा मिल्की वे बना हुआ हैं| जी हाँ! आपने सही सुना| बिग बेंग के बाद इस से जन्मा धूल के बादल आपस में मिल कर खुद व खुद सघन हो कर ढेर सारी तापमान (ऊर्जा) को पैदा करते हैं| इसी ऊर्जा से बाद में हमारे आकाश गंगा में मौजूद तारें बनते हैं| में आपको और भी बता दूँ की इन तारों की बनने की प्रक्रिया को विज्ञान के भाषा में Nuclear Fusion कहा जाता हैं| जब बहुत सारे तारें इन से बन जाते हैं तो , यह सब तारें मिल कर एक समूह का निर्माण करते हैं| इस तरह के कइं तारों के समूह से ही हमारा आकाशगंगा (milky way) बना हुआ हैं|

तो, मिल्की वे के रोचक बातों के ऊपर (milky way facts in Hindi) आधारित इस लेख में आगे बढ़ते हुए इस से जुड़ी बहुत सारी दिलचस्प बातों को जानते हैं|

मिल्की वे (आकाश गंगा)
मिल्की वे (आकाश गंगा)

मिल्की वे से जुड़ी बहुत सारी दिलचस्प बातें – Most interesting Milky Way Facts in Hindi.
मेँ यहाँ पर मिल्की वे से जुड़ी रोचक बातों (milky way facts in Hindi) को एक-एक करके आपके सामने रखूँगा| इसलिए आलेख के इस विभाग को ध्यान से पढ़िए और इसका मजा लीजिए| खैर मजे से याद आया की मैंने इससे पहले बच्चों के लिए भी विज्ञान से जुड़ी मजेदार तथ्य एक आलेख में लिखा हैं| तो, आप अपने बच्चों के लिए एक बार उसे जरूर पढ़ें| तो, चलिए अब आगे बढ़ते हैं|
1.मिल्की वे को ले कर चीन में यह मान्यता हैं! :-
मित्रों! हमारा पड़ोसी देश चीन वाकई में बहुत सारे अद्भुत चीजों से भरा हुआ हैं| चीन के ग्रेट वाल से ले कर मिल्की वे (milky way) तक हर एक चीजों को चीन में काफी अनोखे ढंग से देखा जाता हैं| चीन के लोग मिल्की वे को भगवान के द्वारा बनाई गई एक दीवार के तौर पर देखते हैं| चीन के लोग मानते हैं की मिल्की वे के पार स्वर्ग हैं|

प्राचीन काल में मिल्की वे के थे यह अद्भुत नाम! :-
प्राचीन काल में रोम के लोग मिल्की वे को ” मिल्की रोड “ के नाम से बुलाया करते थे| इसके अलावा प्राचीन ग्रीक लोग मिल्की वे को ” मिल्की सर्कल “ के नाम से बुलाया करते थे|

संस्कृत में मिल्की वे को कहा जाता हैं यह! :-
अब जब हमने दूसरे देशों के लोगों के बारे में बात कर लिया हैं| तो, चलिए एक नजर हमारे सर्व पुरातन भाषा संस्कृत पर भी डाल लेते हैं| संस्कृत में मिल्की वे को ” अंतरिक्ष का गंगा “ या “आकाशगंगा” कहा जाता हैं|

मिल्की वे के केंद्र में छुपा हुआ हैं एक दानव :-
आप सभी ने तो Black Hole का नाम तो जरूर ही सुना होगा| हमारे मिल्की वे के बिलकुल बीचों-बीच एक बड़ा ब्लैक होल मौजूद है| वैज्ञानिकों का कहना हैं की किसी भी आकाशगंगा के केंद्र में बहुत पुराने तारों क समूह रहता हैं, जिसके जीवन काल कुछ ही समय में समाप्त होने वाला होता हैं| इन्ही पुरानी तारों के विलय से ही एक ब्लैक होल का जन्म होता हैं|

हमारे मिल्की वे में मौजूद हैं इतने सारे तारें :-
मित्रों! हमारे मिल्की वे में करीब-करीब 400 अरब तारें मौजूद हैं और कई खरब ग्रह इन तारों के इर्द गिर्द घूम रहें हैं|

मिल्की वे (आकाश गंगा)
मिल्की वे (आकाश गंगा)

आप सिर्फ इतने ही तारों को अपने आँखों से देख सकते हैं :-
अकसर हम जब रात में खुले आसमान के नीचे सो कर तारों को गिनते हैं , तो शायद ही हम उन सभी के संख्या को याद रख पाते होंगे| परंतु मेँ आपको यहाँ बता दूँ की पृथ्वी में रहने वाला एक इंसान ज्यादा से ज्यादा 2500 तारों को अपने खुले आँखों से (बिना उपकरणों के जरिए) आसमान मे देख सकते हैं|
हमारे सोच से बहुत ही बड़ा है हमारा मिल्की वे :-
मिल्की वे के रोचक बातों की (milky way facts in Hindi) इस सूची में अब बारी आती हैं इस के आकार की| मित्रों! हमारा मिल्की वे काफी बड़ा हैं| इतना विशाल की इस को पार करने के लिए प्रकाश को 100,000 वर्ष लग जाते हैं| जी हाँ! 1 लाख प्रकाश वर्ष| में आपको बता दूँ की सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश की किरण करीब-करीब 8 मिनट मेँ ही पहुँच जाता हैं| सूर्य और पृथ्वी के मध्य दूरी करीब-करीब 1 करोड़ 50 लाख किलोमिटर हैं|

वाकई में मिल्की वे से जुड़ी इन अनोखी बातों को (milky way facts in Hindi) जब भी में सुनता हूँ तो, मेरा हृदय हैरानी से चौंक जाता हैं और में आशा करता हूँ की आप भी मेरी तरह चौंक जाते होंगे|

आखिर किसने सबसे पहले खोजा था हमारे मिल्की वे की आकार और आकृति को! :-
मैंने ऊपर बार-बार मिल्की वे के आकार और आकृति को ले कार काफी चर्चा किया हैं| परंतु क्या आप जानते हैं की मिल्की वे के आकार को सबसे पहले किसने खोजा था| नहीं! तो सुनिए| सबसे पहले Edwin Hubble ने ही खोजा था| खैर क्या आपको अभी “Hubble” जी के नाम से कुछ याद आया| अंतरिक्ष में मौजूद दुनिया का सबसे ताकतवर Telescope ” Hubble Telescope “ का नाम कारण Edwin Hubble जी के नाम से ही किया गया हैं|

काफी तेजी से घूम रहा हैं हमारा सूर्य-मंडल :-
आपने इस से पहले शायद ग्रहों को सूर्य के चारों तरफ घूमने की बात को ही सुना होगा| परंतु क्या आप जानते हैं , की हमारा सूर्य-मंडल मिल्की वे का परिक्रमा कर रहा हैं और वह भी आपके होश उड़ा देने वाली तेजी के साथ| हमारा सूर्य-मंडल मिल्की वे चारों तरफ 514,000 मिल प्रति घंटा के रफ्तार से इसका परिक्रमा कर रहा हैं|

इतने तेजी से अगर कोई वस्तु पृथ्वी के चारों तरफ घूमती हैं तो , वह वस्तु पूरे पृथ्वी की परिक्रमा मात्र 2 मिनट 54 सेकंड में पूरा कर लेगा| परंतु हैरानी की बात यह हैं की इतने तेजी से परिक्रमा करने के बाद भी हमारे सूर्य-मंडल को 250 million वर्ष लगते हैं सिर्फ मिल्की वे का एक चक्कर काटने के लिए , जिसे की हम “One Galactic Year” भी कहा जाता हैं|

मिल्की वे (आकाश गंगा)
मिल्की वे (आकाश गंगा)

तो, चलिए मित्रों मिल्की वे के रोचक बातों के (milky way facts in Hindi) ऊपर आधारित इस लेख में आगे बढ़ते हुए इस से जुड़ी और बहुत सारी हैरान कर देने वाली बातों को जानते हैं|

मात्र इतने बार ही मिल्की वे का चक्कर काट पाया हैं हमारा सूर्य-मंडल :-
मैंने ऊपर ही हमारे सूर्य-मंडल की परिक्रमा करने की गति के बारे में जिक्र किया हैं| परंतु क्या आप जानते हैं अभी तक हमारा सूर्य-मंडल मिल्की वे के चारों तरफ पूर्ण रूप से मात्र 20 बार ही घूम पाया हैं| इसके अलावा मनुष्य के उत्पत्ति के बाद हमारा सूर्य-मंडल मिल्की वे का मात्र 1/1250 हिस्सा पार कर पाया हैं|

इस से आप आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं की , हमारे अस्तित्व क महत्व मिल्की वे के सामने कितना छोटा हैं|

हमसे बहुत ऊंचाई पर भी मौजूद हैं कई सारे तारों क समूह :-
ज़्यादातर लोगों को लगता हैं की मिल्की वे एक थाली के भांति सपाट और समांतर हैं , जिसमें काफी सारे तारे और ग्रह मौजूद हैं| परंतु मित्रों! यह बात सत्य नहीं हैं| मिल्की वे से तीनों दिशाओं में 3 अलग-अलग प्रकार के तारों से बनी लंबी धाराओं क जन्म हुआ है| इन तारों की धाराओं में बहुत पुराने तारें मौजूद हैं|

मिल्की वे निगल रहा हैं इस छोटे आकाशगंगा को :-
पृथ्वी में मौजूद जीवित रहने की संघर्ष की तरह अंतरिक्ष में भी अपने वजूद के लिए आकाशगंगाओं के बीच भी काफी संघर्ष चलता ही रहता हैं| जी हाँ! मित्रों आपने सही सुना हमारा मिल्की वे साजीटेरियस नाम का एक छोटे से आकाशगंगा को धीरे-धीरे निगल रहा हैं|

मिल्की वे को ही मानते थे पूरा ब्रह्मांड :-
आपको जानकर बहुत ही हैरानी होगी की 100 साल पहले धरती के लोग पूरे मिल्की वे को ही ब्रह्मांड मानते थे| मित्रों! में यहाँ आपको बता दूँ की पूरे ब्रह्मांड में मिल्की वे जैसे कई खरबों आकाशगंगाएँ मौजूद हैं|

वाकई में मिल्की वे से जुड़ी इन रोचक बातों (milky way facts in Hindi) को सुन कर मेरा मन तो काफी ज्यादा आश्चर्य के भावना से भरा गया हैं!आपके मन का क्या हाल हैं?

बहुत पुराना है हमारा मिल्की वे :-
इंसानों की उम्र का आकलन कभी भी हम मिल्की वे से नहीं लगा सकते हैं| कहने का मतलब यह हैं की , इंसानों के वजूद से कई अरबों साल पहले ही हमारे मिल्की वे का जन्म हो गया था| कुछ वैज्ञानिक इसे ब्रह्मांड का सबसे प्राचीन आकाशगंगा भी कहते हैं| क्योंकि मिल्की वे का जन्म आज से 13.6 अरब साल पहले हुआ था| में आपको यहाँ बता दूँ की हमारा ब्रह्मांड का जन्म आज से 13.7 अरब साल पहले हुआ था|

हमारा मिल्की वे इतना पुराना हैं की इस के उम्र को हम करीब-करीब ब्रह्मांड के उम्र से भी तुलना कर सकते हैं|

भविष्य में मिल्की वे टकरा सकता हैं अद्रोमेदा के साथ :-
मित्रों! हमारा आकाशगंगा भविष्य मे एक दूसरे आकाशगंगा के साथ टकराने जा रहा हैं| जी हाँ! दोस्तों मिल्की वे के सबसे नजदीक मौजूद आकाशगंगा अद्रोमेदा मिल्की वे के करीब बढ़ता ही जा रहा हैं| वैज्ञानिकों के अनुमान के तहत यह दोनों ग्रह 120km प्रति सेकंड के रफ्तार से एक दूसरे के करीब आते जा रहे हैं|
तो, दोस्तों एक दिन हमारा पूरा आकाशगंगा अद्रोमेदा के साथ विलय हो जाएगा| परंतु मेँ आपको यहाँ बता दूँ की ऐसा होने मे अभी 4.5 अरब साल बाकी हैं| तो आप अभी के लिए निश्चिंत हो जाइए|